जैसलमेर जिला मुख्यालय से करीब 100 किमी दूर बईया गांव में एक सोलर पावर प्रोजेक्ट के विरोध में बवाल मचा हुआ है. सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए अडानी सोलर पावर कंपनी पेड़ों की कटाई कर रही थी. इसके विरोध में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इसका विरोध करने पहुंच गए जिसके जवाब में पुलिस ने 14 लोगों को हिरासत में ले लिया. इसके बाद शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी भी इस मामले में कूद गए जिसके बाद बवाल मचना तय था.
लोगों को हिरासत में लेने पर शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी बुधवार रात झिनझिनयाली थाने पहुंचे और पुलिस की कार्यप्रणाली का विरोध जताकर धरने पर बैठ गए. इस दौरान उनके साथ सैकड़ों की संख्या में लोग रहे. इतनी भारी संख्या में लोगों के पहुंचने पर दबाव में आकर पुलिस ने लोगों को रिहा कर दिया जिसके बाद धरना भी समाप्त कर दिया गया. लेकिन मामला यहीं शांत नहीं हुआ, पेड़ों की कटाई को लेकर सोलर पावर कंपनी के खिलाफ लोगों में अभी भी गुस्सा है.
शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि पुलिस कंपनी के लिए काम कर रही है और लोगों को हिरासत में लेकर ग्रामीणों की आवाज को दबा रही है. यह जगह जनता की है. अगर कोई अनैतिक ढंग से यहां काबिज होगा तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर के यह लोग पाकिस्तान से लड़कर आए है जब उनको आंख दिखा सकते है तो मल्टीनेंस कंपनी कोई बड़ी चीज नहीं है. आप डवलपमेंट का काम करो तो हम उसका स्वागत करते है. लेकिन इस तरीके से गरीबों का हक नहीं मारने देंगे.
‘राइजिंग राजस्थान का विरोध नहीं कर रहे’
सोलर पावर प्रोजेक्ट को लेकर शिव विधायक ने कहा कि सरकार राइजिंग राजस्थान के नाम पर इन्वेस्टमेंट लेकर आ रही है. वे इसके खिलाफ नहीं है मगर हमारे यहां के ओरण-गोचर की ज़मीनों को किसी भी कीमत पर सोलर और विंड कंपनियों के हवाले नहीं करेंगे. कंपनियों को सब सोच समझ कर और स्थानीय मुद्दों को देखते हुए ही काम करना होगा. अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनको काम नहीं करने दिया जाएगा.
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— Ravindra Singh Bhati (@RavindraBhati__) November 9, 2024
डवलपमेंट के नाम पर किसानों का हक नहीं मारने देंगे : भाटी
भाटी ने कहा कि अगर डवलपमेंट का काम होता है तो हम उसका स्वागत करेंगे. अगर आप 100 मेगावाट के डपलप काम कर रहे हो तो हम कहते है कि 1000 मेगावाट का काम करो. लेकिन डवलपमेंट के नाम पर किसानों और यहां के लोगों का हक नहीं मारने देंगे. उन्होंने कंपनी, प्रशासन और तमाम लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि तानाशाही तरीके से काम नहीं कर पाओंगे. आप गांव वालों की बात सुनो, यहां की ओरण, गोचर की समस्या है उसका निस्तारण कर काम शुरू करो.
क्या है पूरा मामला
जैसलमेर जिले के झिनझिनयाली थाना इलाके के बईया गांव के पास अडानी सोलर कंपनी ने अपने सोलर पावर प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया था. कंपनी ने निजी खातेदारी की भूमि में काम करना शुरू किया था. गांववालों इस बात को लेकर विरोध कर रहे हैं कि इस भूमि के पास करीब 2500 हजार बीघा से भी ज्यादा जिस सरकारी भूमि के अलॉटमेंट के लिये आवेदन किया है, वो एक माताजी के मंदिर की ओरण गोचर लैंड है, जिसे फिलहाल ओरण का दर्जा नहीं मिला है. इसलिए सोलर पावर प्रोजेक्ट का विरोध करने के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए जिसके बाद पुलिस ने 14 लोगों को हिरासत में ले लिया था. बाद में रविंद्र सिंह भाटी के धरना देने और प्रशासन को चेतावनी देने के बाद सभी लोगों को छोड़ दिया गया.
