Jaisalmer : 868 साल पुराने जैसलमेर के सोनार फोर्ट की दीवार से मंगलवार को 4 बड़े पत्थर सड़क पर आ गिरे. इससे यहां काम कर रहे मजदूर बाल-बाल बचे. उन्होंने भागकर अपनी जान बचाई. पत्थरों के गिरने से बैरिकेड के साथ-साथ बीएसएनएल का पोल भी टूट गया है. हालांकि, गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और पुरातत्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची और रास्ते को दोनों तरफ से बंद करवाया. इसके साथ ही वहां पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए. 6 अगस्त को बारिश के दौरान यह दीवार गिरी थी. इसके अब तक ठीक नहीं होने से लोगों में भारी रोष है.
राजस्थान का दूसरा सबसे पुराना किला है सोनार फोर्ट
जैसलमेर का सोनार किला दुनिया के बहुत कम ‘जीवित किलों’ में से एक है. पुराने शहर की एक चौथाई आबादी अब भी किले के अंदर रहती है. यह राजस्थान का दूसरा सबसे पुराना किला है जिसे 1156 ई. में रावल (शासक) जैसल ने बनवाया था. किले की दीवारें पीले बलुआ पत्थरों से बनी हुई है जो सूरज ढलते ही शहद-सुनहरे कलर में बदल जाती है.
किले में रहती है 4 हजार से ज्यादा आबादी
जैसलमेर किले के निर्माण के समय से ही इसके अंदर राजपरिवार और आम पब्लिक साथ ही रहते आए हैं. यहां करीब 382 प्रॉपर्टी हैं जिनमें करीब 4 हजार लोग रहते हैं. किले की 33 प्रतिशत प्रॉपर्टी राजपरिवार और 67 प्रतिशत प्रॉपर्टी अंदर रहने वाले लोगों की है. जैसलमेर किले को वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित कर रखा है. ऐसे में यहां किसी भी प्रॉपर्टी की मरम्मत नहीं करवा सकते हैं. अब जर्जर पड़े प्रॉपर्टी की मरम्मत के लिए लोग परमिशन की मांग कर रहे हैं.
