Jaisalmer : भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बाद आखिरकार शनिवार शाम 5 बजे दोनों देशों के बीच सीजफायर लागू हो गया. भारत की ओर से संघर्षविराम की घोषणा के साथ ही जैसलमेर सहित सीमावर्ती इलाकों में राहत की लहर दौड़ गई. लंबे समय बाद लोग घरों से बाहर निकले और प्रमुख चौराहों पर ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाते हुए देशभक्ति का जज्बा दिखाया. लोगों ने भारतीय सेना की बहादुरी और पराक्रम की प्रशंसा करते हुए सेना के समर्थन में एकजुटता जाहिर की.
तनाव के चलते जैसलमेर और अन्य सीमावर्ती जिलों में जिला प्रशासन ने एहतियातन लॉकडाउन लागू कर दिया था, जिसे अब समाप्त कर दिया गया है. प्रशासन की अनुमति के बाद बाजारों में फिर से रौनक लौट आई है और दुकानों का संचालन सामान्य रूप से शुरू हो गया है. लोगों ने राहत की सांस ली है और जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है.
ड्रोन हमलों के बाद घोषित किया गया था हाई अलर्ट
गौरतलब है कि जैसलमेर के पोकरण और बाड़मेर जिलों में शुक्रवार देर रात पाकिस्तानी ड्रोन हमलों के बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया था. शनिवार सुबह 4:30 बजे भागू का गांव स्थित शकूर खान की ढाणी में हुए धमाके से इलाके में दहशत फैल गई. धमाके के चलते करीब 10 फीट चौड़ा और 2 फीट गहरा गड्ढा बन गया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और मलबे की जांच अब सेना की टीम कर रही है. सीमावर्ती क्षेत्र में फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
