Jaisalmer News : संत शिरोमणि श्री 1008 श्री सदाराम जी महाराज के नवनिर्मित मंदिर उद्घाटन, शिखर कलश एवं ध्वजा स्थापना महोत्सव का शुभारंभ 15 नवंबर से शुरू होगा जो 21 नवंबर तक चलेगा. इसमें कथावाचक आचार्य पवन सारस्वत महाराज द्वारा रोज भागवत कथा का पाठ किया जाएगा.
सादुल परिवार के सदस्य योगेश गर्ग एवं गर्ग समाज जैसलमेर के सचिव सुरेन्द्र गर्ग ने बुधवार को सदाराम महाराज के मन्दिर प्रतिष्ठा का निमंत्रण जिला कलेक्टर प्रताप सिंह को दिया. जैसलमेर महारावल केसरसिंह जैसाण के सतगुरु देव की तपोभूमि एवं समाधि स्थल संत श्री सादुलधाम ग्राम गुड़ा तहसील फतेहगढ़ में स्थित है.
संत सदाराम ने की थी 9 ग्रंथों की रचना
संत सदाराम महाराज का जन्म चैत्र मास शुक्ल पक्ष द्वितीया विक्रम संवत 1863 को गर्ग वंश से ब्राह्मण कुल में हुआ था. संत सदा राम जी के गुरु का नाम संत सेवाराम महाराज था. संत सदा राम जी को अपने सतगुरु देव की कृपा से युवावस्था में ही आत्मज्ञान हो गया था. इन्होंने अपने आध्यात्मिक अनुभव की 9 प्रमुख ग्रंथों की रचना की. उनकी हस्तलिखित रचनाओं के नाम मुलदीप , ज्ञानदीप, ज्ञान सागर, समझ सागर, इश्क समुंद, रामसागर गीता, सादुल गीत, शुद्ध सागर और निर्वाण सागर हैं.
