Barmer News : राजस्थान के बाड़मेर जिले में 70 वर्षीय मेडिकल कारोबारी के घर हुई 1 करोड़ की डकैती का पुलिस ने 5 दिन बाद चौंकाने वाला खुलासा किया है. वारदात को अंजाम देने वाले चारों आरोपी मेडिकल सेल्समैन निकले, जिनमें से एक खुद पीड़ित कारोबारी के यहां पहले काम कर चुका था. CCTV कैमरों से बचने के लिए इन चारों ने 15 किलोमीटर तक रेलवे ट्रैक के किनारे-किनारे पैदल सफर किया और अगले ही दिन सुबह ऐसे अपने काम पर लौटे जैसे कुछ हुआ ही नहीं.
पुलिस का कहना है कि चारों आरोपी पहले से मेडिकल दुकानों पर काम करते थे. प्लान बेहद प्रोफेशनल और सोच-समझकर तैयार किया गया था. लेकिन पुलिस की जांच और तकनीकी सर्विलांस ने उनकी चालाकी पकड़ ली.
डकैती की प्लानिंग: पुराना कर्मचारी बना मास्टरमाइंड
SP नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि 3 सितंबर की रात को गडरारोड के मुख्य बाजार में कारोबारी उत्तमचंद भूतड़ा के घर में यह डकैती हुई थी. वारदात के वक्त घर में उत्तमचंद, उनकी पत्नी, बेटी और 10 माह की दोहिती मौजूद थे. चारों नकाबपोश बदमाश छत के रास्ते घर में दाखिल हुए, परिवार को बंधक बनाकर 35 तोला सोना, 40 किलो चांदी और 5 लाख नकद लूट ले गए। इस वारदात का मास्टरमाइंड कारोबारी का पुराना सेल्समैन निकला, जिसने नौकरी छोड़ने के बाद कई हफ्तों तक घर की रेकी की और सही मौके का इंतजार करता रहा.
CCTV से बचने के लिए ट्रैक के सहारे पैदल चले
डकैती के बाद सभी आरोपी मकान से निकलकर पास ही रेलवे ट्रैक तक पहुंचे और वहां से करीब 15 किलोमीटर तक पैदल चलकर गागरिया कस्बे तक गए. CCTV कैमरों से बचने और मोबाइल ट्रेसिंग से दूर रहने के लिए यह पूरा सफर उन्होंने पैदल तय किया. सुबह होने से पहले सभी आरोपी अपनी-अपनी मेडिकल शॉप पर लौट गए, ताकि किसी को शक न हो.
ऐसे पकड़े गए आरोपी
पुलिस की डॉग स्क्वॉड टीम बार-बार एक खास इलाके की ओर इशारा कर रही थी, जिससे पुलिस को शक हुआ कि आरोपी आसपास के ही हैं. डॉग के इशारे पर संदिग्ध मकान से एक आरोपी पकड़ा गया, जिसने पूछताछ में तीन अन्य साथियों के नाम भी उगल दिए. मोबाइल टावर डेटा और घटनास्थल के आसपास के 100 से ज्यादा CCTV फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने बाकी आरोपियों तक भी पहुंच बनाई. फिलहाल चारों आरोपियों को बापर्दा गिरफ्तार किया गया है और लूटी गई ज्वेलरी व कैश की बरामदगी के प्रयास जारी हैं.
