जैसलमेर ! जिले के लखा गांव में हाईटेंशन लाइन डालने के दौरान निजी कंपनी की लापरवाही से बड़ा हादसा हो गया। सड़क पर खुले तारों की चपेट में आने से बाइक सवार बुजुर्ग वीरम सिंह राजपुरोहित गंभीर रूप से घायल हो गए। हालत नाजुक होने पर उन्हें जोधपुर एमडीएम अस्पताल रेफर किया गया, जहां वे पिछले पांच दिन से वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
23 सितंबर की दोपहर वीरम सिंह खेत के लिए चारा लेने जा रहे थे। इसी दौरान कंपनी के कर्मचारी सड़क पर हाईटेंशन तार फैला छोड़ गए। बाइक के तारों से टकराते ही तेज करंट ने उन्हें गिरा दिया और वे गंभीर रूप से झुलस गए।
इलाज जारी, हालत नाजुक
पहले उन्हें बाड़मेर अस्पताल लाया गया, लेकिन स्थिति बिगड़ने पर डॉक्टरों ने जोधपुर एमडीएम अस्पताल रेफर कर दिया। सिर, गले और शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं और अभी भी उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
ग्रामीणों का धरना और आरोप
हादसे के बाद से ग्रामीण और पीड़ित परिवार लखा गांव में धरने पर बैठे हैं। उनका आरोप है कि कंपनी की लापरवाही ने एक ग्रामीण की जिंदगी खतरे में डाल दी।
•परिवार की मांग: कंपनी के जिम्मेदारों पर मुकदमा दर्ज हो और उचित मुआवजा मिले।
•ग्रामीणों का आरोप: पांच दिन बीत जाने के बावजूद झिनझिनयाली थाने में एफआईआर दर्ज नहीं हुई।
धरने में लगे पोस्टरों पर लिखा गया –
 . कंपनी की लापरवाही से ग्रामीण मरें, क्या यही विकास है?”
 . न्याय दो, वरना आंदोलन तेज होगा।”
राजनीतिक समर्थन भी मिलने लगा
धरने को राजनीतिक समर्थन भी मिलने लगा है। RLP नेता थानसिंह डोली और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
•डोली ने कहा – दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और कंपनी का लाइसेंस रद्द किया जाए।”
•भाटी ने कहा – “अब आवाज और मजबूत होगी ताकि सरकार ध्यान दे।
 
				 
								 
															



