BJP CM In Delhi : दिल्ली विधानसभा में बीजेपी की बंपर जीत के बाद सबसे बड़ा सवाल ये है कि दिल्ली में बीजेपी का मुख्यमंत्री कौन होगा? क्योंकि राजस्थान में भजनलाल शर्मा, मध्यप्रदेश में मोहन यादव और छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साई को सीएम बनाकर बीजेपी ने सबको चौंका दिया था. अब दिल्ली में बीजेपी किसी बड़े चेहरे को ही सीएम बनाएगी या किसी गुमनाम पार्टी कार्यकर्ता को सीएम बना देगी, यह सवाल सबके मन में उभर रहा है.
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को चुनाव हराया है. प्रवेश वर्मा ने कभी दावा नहीं किया कि वह मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं और दिल्ली की जनता के बीच वह सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. हालांकि उनके अलावा भी कई ऐसे चेहरे हैं जिन पर बीजेपी दांव खेल सकती है. उनके अलावा वीरेंद्र सचदेवा, बांसुरी स्वराज, स्मृति ईरानी, मनजिंदर सिंह सिरसा और मनोज तिवारी का नाम भी सीएम रेस में बताया जा रहा है.
वीरेंद्र सचदेवा के सिर पर सजेगा ताज?
वीरेंद्र सचदेवा को 2022 में दिल्ली भाजपा का कार्यकारी अध्यक्ष और 2023 में पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाया गया था. उन्हें दिल्ली भाजपा में गुटबाजी को खत्म करने और 27 साल बाद पार्टी को सत्ता में लाने का श्रेय दिया जा रहा है. ऐसे में पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उनपर विश्वास जताता है तो उन्हें भी अगला मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.
बांसुरी स्वराज भी हो सकती हैं अगली मुख्यमंत्री
दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज दिल्ली में भाजपा का प्रमुख चेहरा हैं और वह सांसद भी चुनी गई थी. वह पेशे से एक वकील हैं और उन्हें 2023 में दिल्ली भाजपा के कानूनी सेल का प्रमुख नियुक्त किया गया था. महिला चेहरा होने के कारण पार्टी उन पर भी भरोसा जता सकती है.
मनोज तिवारी भी हैं मुख्यमंत्री की रेस में
साल 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा द्वारा दिल्ली से उम्मीदवार के रूप में दोहराए जाने वाले एकमात्र सांसद मनोज तिवारी थे. यानी पार्टी नेतृत्व का उन पर मजबूत भरोसा है. एक्टर से नेता बने मनोज तिवारी पूर्वांचल क्षेत्र के प्रवासियों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. मनोज तिवारी से जब कुछ दिनों पहले एक इंटरव्यू में पूछा गया कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है, तो मुख्यमंत्री कौन होगा? इस पर उन्होंने किसी का नाम तो नहीं बताया था, लेकिन इस संभावना से भी इनकार नहीं किया था कि वह भी मुख्यमंत्री बन सकते हैं.
