Pokhran : जैसलमेर के पोकरण शहर में लंबे समय से पुलिस द्वारा लगाए गए 27 कैमरे बंद पड़े हैं. ये सभी कैमरे अपराध और चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए लगाए गए थे. कैमरे बंद होने से अपराधियों में भय के स्थान पर अब आमजन भयभीत रहने लगा है. लेकिन इसके बावजूद प्रशासन द्वारा बंद पड़े इन कैमरों की कोई सुध नहीं ली जा रही है.
पोकरण शहर से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग जैसलमेर जाते हैं. ऐसे में संदिग्ध गतिविधि, अपराध की रोकथाम को लेकर पुलिस ने मुख्य मार्गों व चौराहों पर 2017 में 11 और पिछले साल 16 कैमरे लगाए थे. इस हिसाब से कुल 27 कैमरे लगे थे जिनमें से अब सभी बंद पड़े हैं.
कंपनी ने रिपेयर नहीं किए सीसीटीवी कैमरे
26 जनवरी 2016 को गणतंत्र दिवस पर आयोजित उपखंड स्तरीय कार्यक्रम में तत्कालीन विधायक शैतानसिंह राठौड़ की ओर से कस्बे में 11 सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए पांच लाख रुपए की घोषणा की गई थी. इसके बाद मार्च 2017 में ग्रीन आईपी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड जयपुर ने कैमरे लगा दिए. 2023 में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने सांसद विकास मद से कैमरे लगवाए थे. ये सभी कैमरे बंद पड़े होने के बावजूद जिम्मेदार कंपनी अभी तक कैमरों को रिपेयर नहीं करवा पाई है.
