बाड़मेर, 18 सितंबर 2025।राजस्थान के बाड़मेर जिले में बुधवार रात दिल दहला देने वाली वारदात हुई। एनएसजी कमांडो चंपालाल और उसके साथियों ने शराब ठेके संचालक खेताराम पर तलवारों से हमला कर उसकी जान ले ली। इस हमले में खेताराम का एक साथी गंभीर रूप से घायल हुआ, जबकि तीसरा युवक मामूली चोटों के साथ बच निकला।
होडू गांव स्थित शराब ठेके पर शाम को रुपये लेन-देन को लेकर कहासुनी हुई थी। चंपालाल, जो कुछ ही दिन पहले छुट्टी पर गांव आया था, इस बहस को दिल पर ले बैठा। ग्रामीणों का कहना है कि पिता के रिटायरमेंट समारोह के बाद वह गांव में रुका हुआ था और उसी दौरान यह विवाद खड़ा हो गया।
स्कॉर्पियो और बाइक पर आए हमलावर
रात करीब 10 बजे खेताराम अपने साथियों के साथ कैंपर गाड़ी से घर लौट रहा था। हाईवे पर अचानक चंपालाल अपने साथियों संग स्कॉर्पियो और बाइक पर पहुंचा और तलवारों से हमला बोल दिया। खेताराम और उसका साथी हरखाराम सड़क पर तड़पते रहे, जबकि वीरेंद्र खाई में गिरकर जान बचाने में सफल रहा।
परिवार में मातम
घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां खेताराम को मृत घोषित कर दिया गया। 25 वर्षीय खेताराम अपने परिवार का इकलौता बेटा था। उसकी दो मासूम बेटियां अब पिता के साये से वंचित हो गई हैं। गंभीर रूप से घायल हरखाराम को जोधपुर रेफर किया गया है।
पुलिस की नाकाबंदी, आरोपी फरार
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन हरकत में आया। एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने अस्पताल पहुंचकर बयान लिए और पूरे जिले में नाकाबंदी करवाई। पुलिस ने चंपालाल और ओमप्रकाश की पहचान कर ली है, लेकिन आरोपी फिलहाल फरार हैं। हत्या का मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
सवालों के घेरे में एलीट फोर्स का जवान
इस वारदात ने इलाके को दहला दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि देश की सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित एक एनएसजी कमांडो निजी विवाद में इतनी हिंसा पर कैसे उतर आया। ग्रामीणों ने दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा देने की मांग की है।





